“बिंदी अपने युग की कृष्ण है” — सांची भोयर ने कलर्स के शो बिंदी पर खोले दिल कई राज

कलर्स टीवी का नया शो ‘बिंदी’ अच्छाई और बुराई के बीच की सदियों पुरानी लड़ाई को एक आधुनिक कहानी के रूप में पेश कर रहा है। यह कहानी एक ऐसी बच्ची की है जो जेल में जन्म लेती है, और बड़ी होकर अपनी माँ के सम्मान के लिए लड़ती है — बिल्कुल भगवान कृष्ण की तरह, जिन्होंने अपने जन्म से ही अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया था।

सांची भोयर, जो शो में बिंदी का किरदार निभा रही हैं, कहती हैं,

“बिंदी की यात्रा मुझे भगवान कृष्ण की कहानी की याद दिलाती है। वह भी जेल में पैदा हुई और अपने जीवन के ‘कंस’ से लड़ी। मेरे लिए, बिंदी आज के युग की कृष्ण है — सच्चाई और साहस की प्रतीक। यह सिर्फ़ एक माँ-बेटी की कहानी नहीं, बल्कि अन्याय के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा है।”

शो की कहानी में काजल (राधिका मुथुकुमार) और अविराज (कृशाल आहूजा) के जीवन में किस्मत एक बार फिर अजीब ढंग से खेलती है। सालों पहले काजल को धोखा देने वाला अविराज, एक दिन उसे मुसीबत में देख बचा लेता है। लेकिन भाग्य का असली मोड़ तब आता है, जब उसे पता चलता है कि जिसने उसकी जान बचाई — वो उसकी ही बेटी बिंदी है, जो जेल में पैदा हुई थी।

अब सवाल ये है कि क्या बिंदी को सच्चाई पता चलेगी? क्या वह अपने पिता को माफ़ कर पाएगी, या यह सच उनके रिश्तों को हमेशा के लिए तोड़ देगा?

शो में खलनायक दयानंद की भूमिका निभा रहे मानव गोहिल कहते हैं,

“दयानंद एक ऐसा इंसान है जो शक्ति और नियंत्रण में जीता है। उसमें अहंकार और डर दोनों हैं, जो उसे खतरनाक बनाते हैं। वह आधुनिक कंस है — जो मानता है कि उसकी ताकत सच्चाई को दबा सकती है। इस किरदार को निभाना मेरे लिए बहुत गहराई और चुनौती से भरा अनुभव है।”

‘बिंदी’ सिर्फ़ एक टीवी शो नहीं, बल्कि माँ-बेटी के प्यार, सच्चाई और साहस की गाथा है, जो दर्शकों को यह याद दिलाती है कि चाहे दौर कोई भी हो — अंत में जीत हमेशा अच्छाई की ही होती है।

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